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🥀Matlab ke log...matalab ki baatein...MataLabi isiliye hi sabhi hain kahelaate !🥀
(Matalab ki iss Duniya ka ek Parinda
अपने दिल के सारे राज मुझे बताओगी क्या
मै तुम्हे चाय पर बुलाऊंगा ,मेरे साथ चाय पीने आओगी क्या ...✍🏻😍😀
#चाय_और_इश्क़
#चाय_से_इश्क
"मै तब तक ही शून्य हूॅं ,
जब तक कोई आर्यभट्ट मेरी खोज न करले
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Saif Ansar
शक तो था ही
मोहब्बत में नुकसान होगा
पर सारा मेरा ही होगा ये मालूम ना था__
जैसे मर्द को जुबान दराज़ बीवी नही पसन्द वैसे ही
औरत को बुलंद आवाज़ में बे-इज्ज़ती करने वाला मर्द भी नही पसंद
सुना है वो जाते हुए कह गये, के अ
तो हम सिर्फ़ तुम्हारे ख्वाबो मे आएँगे
कोई कह दे उनसे के वो वादा कर ले
हम जिंदगी भर के लिए सो जाएँगे
मैंने जब खोली गुदड़ी की तुरपाई।
❤️माँ मुझे बहुत याद आई।
उसके एक कोने मे लगा था
मेरे विद्यालय की गणवे
का स्वेटर
उसी से सटा के जुड़ा हुआ था
मेरे भाई का वो कबड्डी
वाला नेक
जिसे पहन कर बड़ी भाव
खाती थी
बहिन की वो फेवरेट वाली फ्रॉक
क्या गजब की काम आई
मैंने जब खोली गुदड़ी की तुरपाई
माँ मुझे बहुत याद आई
दादी की वो लुगड़ी जिस प
पत्तीदार गोटा था
पापा का वो कोट जिसका
कपड़ा बड़ा मोटा था
वो जिसका हम खेल खेल में
टेन्ट बना लेते थे
वो चादर भी अलट पल
कर थी लगाई
मैंने जब खोली गुदड़ी की तुरपाई
माँ मुझे बहुत याद आई
तकियों की खोली
कमीज,पजामे,बनियान,मफल
मोजे,टोपे,टाई
रुमाल,तौलिया,टी शर्ट भर भर
सबको सलीके,स्नेह
समर्पण के रंग बिरंगे
धागों से जोड़ा
और अपनी सबसे सुन्दर साड़ी
कवर बनाकर चढ़ाई
मैंने जब खोली गुदड़ी की तुरपाई
माँ मुझे बहुत याद आई
उसने पुरानी ख़ुशियों से
ख़ुशी जीने की अनमो
कला थी सिखाई
मैंने जब खोली गुदड़ी की तुरपाई
माँ मुझे बहुत याद आई
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- बता तो दें..
- मग़र रुसवाई
की बातों से डरते हैं.
- उसी को देख
- के जीते हैं हम
कि जिस पे मरते हैं.
- हवाओं, बादलों
- सूरज, सितारों
कोई तो जाकर हाय.
- ज़रा उस
- शोख़ से बोलो
उसे हम प्यार करते हैं.! ~💙
थोड़ा अलग एहसास है तुझसे
तेरा होना सुकून दे जाता है मुझे.. 🍁🍁
मुझे हसरत नहीं उसके कीमती चीजों
मुझे नफरत है उसके इंकार किए हुए मेरे एहसासों से... 🍁🍁
Ro
Hey there Siddharth, and welcome to दिल की क़लम से ✍️💕! How are you
हम खुद भी आजाद रहते हैं दूसरों को भी आजाद रखते है
इस इश्क वाली दुनिया मे किसी को बर्बाद नहीं करते है.... 🍁🍁
इश्क मोहब्बत दोस्ती दुश्मनी सब में अच्छे
आजमा कर देख भूलना मुझको मुस्किल है... 🍁🍁
मेरे श्याम...🌹
अजीब उलझन है, तुझे याद करते कर
हम खुद ही खो जाते हैं
और तुझे याद ना करें तो
बैचेन सा हो जातें हैं...
पता नही ये ज़िन्दगी सांसों से चलती है
या तेरी यादों से चलती हैं.....!
Radhe Radhe 🌹🙏
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✍️शायरी का दरिया💐
कभी फुर्सत मिले तो सोचना जरू
वक्त और प्यार के अलावा मांगा ही क्या था.
किरदार अगर देखोगे
लोगों के यहां
बाहर से मासू
अंदर से जहरीले बेइंतहां!
¶n
खुद होकर बाजा
तुम मुझे इस शहर बदनाम करती हो
जाना क्यों ऐसे काम
अब तुम सुबह शाम करती हो !!
Got
कैसे गले से लगाऊँ तुझे
किसी और के हो तु
हमारे होते तो बताते
मोहब्बत किसे कहते हैं.. 🍁 🍁
उसकी खातिर सो बार बेइज्जत हो
फिर भी मैंने उसको इज्जत देना नहीं छोड़ा.. 🍁 🍁
Wo Muhabbat Bhi Teri Th
Wo Shararat Bhi Teri Th
Agar Kuch Bewafai T
To Wo Bewafai Bhi Teri Th
Hum Chhod Gaye Tera Sheh
To Wo Hidayat Bhi Teri Th
Akhir Karte To Kis Say Kar
Tumari Shikaya
Wo Shehar Bhi Tera Tha A
Wo Adalat Bhi Teri T
उनसे मत डरिऐ जो बहस करते हैं
उनसे डरिऐ जो छल करते है... 🍁🍁
हमने मानना छोड़ दि
अब जिसे नाराज होना है
वो जा सकता है... 🍁 🍁
नफरत नहीं करेंगे मगर साथ भी नहीं रहें
गुरूर है उसे खुद पर उसका गुरूर तोड़ेंगे... 🍁 🍁
हां बहुत चाहते हैं तुझे
पर तू भी चाहे
ऐसी कोई शर्त तो
नही
¶n
कोई मुबारक बा
तो
भरोसा करना छोड़ दि
है मैने
जरा सब्र
ऐ दि
हर चमकती हुई ची
हीरा नही होती
सबके जैसा मैं
क्यों नही हो
मेरी खुद से य
लड़ाई है!
¶n
आम बनकर रहोगे तो लंबे समय तक रहोगे
खास बन जाओगे तो तोड़ मोड़ कर मसल दिए जाओगे... 🍁🍁
जो हमारे ना हुए वो किसी और के क्या हों
जैसे कल हमारे थे आज तुम्हारे, परसों किसी और के हो जाएंगे... 🍁 🍁
गुरूर मत कर किसी के साथ होने
जिसको तुम कीमती समझ रहे वो
किसी के नजरो मे बहुत गिरा भी होगा... 🍁🍁
पहली बार मिलने पर इंसान अच्छे से पेश आता है औकात तो अपनी बाद मे दिखाता है... 🍁
🌺 आज का सुविचार 🌺
बादशाह सिर्फ वक्त
होता है
इन्सान तो यूँ ही गुरुर
करता है
🙇♂ जय श्री कृष्णा 🙇♂
🙏 सुप्रभा
Happiness boy Satish😎😍🤞
चूड़ी,पायल,बिंदिया, काजल, गजरा सब पड़े रहने दो
खींच के बांधो झूल्फो को और एक लट गाल पे रहने दो
#Satis
गुजर जाएगा ये दौर भी
जरा सब्र तो र
जब खुशियां नही ठह
तो गम की क्या औकात है!
¶n
होती हैं बातें
आज भी रात
कल तूझसे होती
आज खुद से होती हैं
बहुत दूर चले
बहुत करीब आकर कुछ लोग
दिल की बात तो हर कोई करता
लेकिन मरते सब चेहरे पर ही हैं
यूं सामने आ
आप बैठा ना कीजि
सब्र तो सब्र ही
हर बार नही होता!!
मुझे छोड़ने की
वजह तो बता
मुझसे नाराज़ थे
मुझ जैसे हजार थे!!!
राज जाहिर ना होने दो तो एक बात कहूं...
हम धीरे-धीरे तेरे बिन मर जाएंगे.
__❣️_
══════❥❥══════__..
:!यादे !हैएकर !है!! गएथीभर jr!रीख
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यूं सामने आकर
आप बैठा ना कीजिए
सब्र तो सब्र ही है
हर बार नही होता!!!
मुझे छोड़ने की
वजह तो बता दे
मुझसे नाराज़ थे या
मुझ जैसे हजार थे!!!!
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राज जाहिर ना होने दो तो एक बात कहूं...
हम धीरे-धीरे तेरे बिन मर जाएंगे...
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