Bewafa shayari

 दिल मदफ़न पे नही कोई भी रोने वाला 
अपनी दरगाह के हम खुद ही मुजाविर ठहरे 

सर-ए-मक़तल भी तेरे नाम के चर्चे होते,

तूने पूछी ही नहीं आखरी ख्वाहिश मेरी!

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हक़ उतना ही जताइये, जितना जायज़ लगे.

रिश्ता फेरों का हो! या मोहब्बत का, घुटन न लगे.

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मेरी मोहब्बत की ना सही, मेरे सलिके की तो दाद दे,

रोज़ तेरा ज़िक्र करता हूँ, बगैर तेरा नाम लिये !

सिर्फ़ ज़िस्म ही नहीं,  

रूह छु सको तो इश्क़ करना,

कपड़े उतारना वफ़ा का सबूत नहीं,

उसका सिर ढक सको तो इश्क़ करना,

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वो मेरी है वो मेरी है का शोर नहीं,

मै उसका हूं केह सको तो इश्क़ करनाl

वो कहते रहे... कभी इंतज़ार मत करना।

 में इजहार करू...  तो कभी ऐतबार मत करना।

उन्होंने ये भी कहा 

कि उन्हें प्यार नही हमसे।

ओर ये भी कह गए 

कि किसी ओर से प्यार मत करना।

उजड़ी बस्तियों में किसको ढूंढ़ते हो,

बर्बाद लोग अक्सर चाय की दुकान पर मिलते हैं.....

कई दफा खुद से बढ़कर 

जब किसी से तुम मौहब्बत करते हो

इतने सस्ते हो जाते हो तुम 

कि उन्हें मुफ्त के लगते हो

मालूम है ख़्वाब झुठे है

और ख्वाईशें अधूरी

पर ज़िंदा रहने के लिए

कुछ ग़लतफ़हमी भी ज़रूरी है


मेरे प्यार की महफ़िल 

में तू आजा जरा,

दर्द बड़ा महंगा है मेरा

इसकी क़ीमत लगाना 

तू भूल जा,,


अपने दामन की सरगोशी 

में समेट ले,

मेरी भीगी पलको को पोछ

मुझे हँसा ज़रा,,

आँसू बहाये है बहुत 

अब मुझे चुप करा,

हार चुका हूँ हर बाजी

अब मुझे तू जिता ज़रा,,


मेरी सारी नाकामी को रख तू

मुझे अब कामयाब बना,

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बहुत राते काटी है तेरे इंतजार में

आ सिर रख मेरा अपनी गोद मे,,

अब मुझे प्यार से 

सुला जरा,

बहुत तरसा है दिल


होंठो पे अपने अब कोई 

प्यार की बात ला,,

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मुझे सताना छोड़ अब मुझे

मनाने की कोई बात ला,

रूठ के कबसे बैठा हूँ 

अपने दिल से,

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आ अब मेरे दिल को 

अपने दिल के करीब 

ला जरा...!!!

मुझे ये मोका कब मिलेगा.. जब

मैं झुककर उसकी पायल बनूँगा...?

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तेरे इश्क़ में ऐ अजनबी,

         हम इतने चूर हो गए हैं,

लिखते हैं तेरे बारे में,

        और खुद मशहूर हो गए हैं।


कहता हैं की लिख दू 

इक " नज्म " तेरे नाम की...

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तुझे खुश ना कर पाऊ तो ये 

ज़िन्दगी किस काम की...."


होठो की बात ये आँसू कहते है

Hothonki baat ye aansu kehte hai

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चुप रहते है फिर भी बहते है..

Chup rehte hai phir bhi behte hai..


इन आँसुओ की किस्मत तो देखिए..

In aansuon ki kismat toh dekhiye..

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ये उनके लिए बहते है जो दिल मे रहते है...

Ye unke liye behte hai jo dil mai rehte hai 


है मेरा महबूब 

 " बेपरवाह " पर क्या करें

उसी से है मोहब्बत

 " बेपनाह " तो क्या करें

नाराज

हमेशा खुशियाँ ही होती हैं

ग़मों के

इतने नखरे नहीं होते


खोल दे पंख मेरे, कहता है परिंदा, अभी और उड़ान बाकी है,

जमीं नहीं है मंजिल मेरी, अभी पूरा आसमान बाकी है,

लहरों की ख़ामोशी को समंदर की बेबसी मत समझ ऐ नादाँ,

जितनी गहराई अन्दर है, बाहर उतना तूफ़ान बाकी है…


इस अफसोस के साथ मत जगो कि कल तुम क्‍या

 हासिल नहीं कर पाए। यह सोचते हुए जागो कि आज

 तुम क्या हासिल कर सकते हो। 

हर छोटा बदलाव बड़ी कामयाबी का हिस्सा होता है!


Pyar to pyar hota hai Is se kya sarmana,,, 

Jhuk to nigahe jati hai Akho ka kaisa fasna..!!


Main syar to nhi lekin syari kr jauga,,, 

Tum wah wah hi kr dena hamari mohabbat me,,

Main jaan apna tumhare naam kr jauga..!!


Mehfilo me hi wah wah hoti hai janab,,, 

Warna tanhai to sirf jaan leti hai...

यूं ख़ामोशी से चले गए हैं

कुछ ऐसे ही याद रह गए हैं

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अभी भी बारिश बरस रही है । 

तेरा अहसास मुझे करवा रही है ।

अब तो आंखों से पानी भी नहीं आ रहा, 

' उस दुनिया में रहेंगे साथ ' जबसे तूने ये कहा ।


ना जाने कितने आंसू थे बहाए 

गहराइयों से ही तो प्यार किया था तुझे

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में तो मर गया एक बात तुम्हारी जुदाई के बाद किस्सा खत्म

अच्छा ये बताओ  रोज रोज मरने से तुम्हे क्या मिलता है

सुना हैं जिंदगी में कुछ जाया नहीं जाता 

यह तोह इश्क़ की बाते हैं 

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राहों का ख़याल है मुझे मंज़िल का हिसाब नहीं रखता

अल्फ़ाज़ दिल से निकलते है मैं कोई किताब नहीं रखता


खामोशी से बिखरना आ गया है, हमें अब खुद उजड़ना आ गया है,

किसी को बेवफा कहते नहीं हम, हमें भी अब बदलना आ गया है,

किसी की याद में रोते नहीं हम, हमें चुपचाप जलना आ गया है,

गुलाबों को तुम अपने पास ही रखो,हमें कांटों पे चलना आ गया है।

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दिल ही दिल में तुम्हें प्यार करते हैं,

चुप-चाप मोहब्बत का इजहार करते हैं,

ये जानते हुए भी आप मेरी किस्मत में नहीं,

पर पाने की कोशिश बार-बार करते है।

दिन बीत  जाते हैं, कहानी  बनकर

               यादें रह जाती हैं, निशानी बनकर

पर  रिश्ते  हमेशा  रहते  हैं, 

कभी होंठों  की  मुस्कान  बनकर

        तो कभी आंखों  का  पानी  बनकर

बहुत खूबसूरत है, तेरे इन्तजार  का आलम...

बेकरार सी आँखों में इश्क बेहिसाब लिए बैठे हैं...!!!

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ऐ काश हमारी क़िस्मत में ऐसी भी कोई शाम आ जाए,

एक चाँद फ़लक पर निकला हो एक छत पर आ जाए।

आना चाहते थे मगर आ ना सके।

प्यार की राहें बड़ी दर्दभरी होती है सुना है मैने

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"कोई पागल ही मोहब्बत से नवाज़ेगा मुझे

आप सब तो खैर 'समझदार' नज़र आते हैं"

जिस के आने से खिल उठे कलियाँ..

तुम वो मौसम ऐ बहार लगते हो..!!!

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कुछ ऐसा वक़्त भी आएगा 

जब दुआ कबूल होगी ।

ऐसी ही बरसातो के मौसम में

मुलाकात जरूर होगी


काश वो आकर कहें, एक दिन मोहब्बत से

ये बेसब्री कैसी 

हम तेरे हैं तसल्ली रख

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बेवफा कह दिया 

एक बार पूछ है लेते की वो जिंदा है कि मर गई ।


खामोश रहेंगे...शिकवा नहीं करेंगे

तुम सितम करना...हम मोहब्बत करेंगे

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इश्क में भी करता हु 

इश्क वो भी करती है 

फर्क सिर्फ इतना है में 

उससे करता हु वो किसी ओर से करती है


बड़े साहब:

मैने तो देखा था _

   बस ऐक  नज़र के खातिर

क्या खबर थी की रग -रग 

       में समा जाओगी तुम


गुज़रती रहती है लम्हें दर लम्हें 

ज़िन्दगी यूँ तो....

उनका ज़िक्र कर के वक़्त को 

थामा है कई बार ..!!

एक जनम कि क्या बात है,

सौ जनम रुक जाएंगे 

इंतेज़ार की बात करोगे तो

वक़्त को थमा देंगे


दुआ है कि तुझे हर.....

कोई प्यार करे.....

पर बद्दुआ ये भी है कि 

कोई मेरी तरह ना करे.....!!!

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प्यार के काबिल ना समझा

सजा के काबिल बना दिया

अगर भरोसा नहीं था 

तो हमारे नजरो में प्यार को क्यू गिरा दिया

जो कभी डरा नही तुम्हे खोने से,

उसे क्या फर्क पड़ता है तुम्हारे होने न होने से 🙏

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यह तोह उम्मीद थी तुम्हारी... इसलिए.

इश्क़ गिरा नज़रों में तुम्हारी... ✌️

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