Hindi shayri



सुना हैं जिंदगी में कुछ जाया नहीं जाता 

यह तोह इश्क़ की बाते हैं 


राहों का ख़याल है मुझे मंज़िल का हिसाब नहीं रखता

अल्फ़ाज़ दिल से निकलते है मैं कोई किताब नहीं रखता



खामोशी से बिखरना आ गया है,

हमें अब खुद उजड़ना आ गया है,

किसी को बेवफा कहते नहीं हम,

हमें भी अब बदलना आ गया है,

किसी की याद में रोते नहीं हम,

हमें चुपचाप जलना आ गया है,

गुलाबों को तुम अपने पास ही रखो,

हमें कांटों पे चलना आ गया है।



दिल ही दिल में तुम्हें प्यार करते हैं,

चुप-चाप मोहब्बत का इजहार करते हैं,

ये जानते हुए भी आप मेरी किस्मत में नहीं,

पर पाने की कोशिश बार-बार करते है।


दिन बीत  जाते हैं, कहानी  बनकर

               यादें रह जाती हैं, निशानी बनकर

पर  रिश्ते  हमेशा  रहते  हैं, 

कभी होंठों  की  मुस्कान  बनकर

        तो कभी आंखों  का  पानी  बनकर


बहुत खूबसूरत है, तेरे इन्तजार  का आलम...

बेकरार सी आँखों में इश्क बेहिसाब लिए बैठे हैं...!!!


ऐ काश हमारी क़िस्मत में ऐसी भी कोई शाम आ जाए,

एक चाँद फ़लक पर निकला हो एक छत पर आ जाए।



आना चाहते थे मगर आ ना सके।

प्यार की राहें बड़ी दर्दभरी होती है सुना है मैने


"कोई पागल ही मोहब्बत से नवाज़ेगा मुझे

आप सब तो खैर 'समझदार' नज़र आते हैं"



जिस के आने से खिल उठे कलियाँ..

तुम वो मौसम ऐ बहार लगते हो..!!!



कुछ ऐसा वक़्त भी आएगा 

जब दुआ कबूल होगी ।

ऐसी ही बरसातो के मौसम में

मुलाकात जरूर होगी



काश वो आकर कहें, एक दिन मोहब्बत से

ये बेसब्री कैसी 

हम तेरे हैं तसल्ली रख


बेवफा कह दिया 

एक बार पूछ है लेते की वो जिंदा है कि मर गई ।


खामोश रहेंगे...शिकवा नहीं करेंगे

     तुम सितम करना...हम मोहब्बत करेंगे



इश्क में भी करता हु 

इश्क वो भी करती है 

फर्क सिर्फ इतना है में 

उससे करता हु वो किसी ओर से करती है


बड़े साहब:

मैने तो देखा था _

   बस ऐक  नज़र के खातिर

क्या खबर थी की रग -रग 

       में समा जाओगी तुम



गुज़रती रहती है लम्हें दर लम्हें 

ज़िन्दगी यूँ तो....

उनका ज़िक्र कर के वक़्त को 

थामा है कई बार ..!!



एक जनम कि क्या बात है,

सौ जनम रुक जाएंगे 

इंतेज़ार की बात करोगे तो

वक़्त को थमा देंगे


दुआ है कि तुझे हर.....

कोई प्यार करे.....

पर बद्दुआ ये भी है कि 

कोई मेरी तरह ना करे.....!!!



प्यार के काबिल ना समझा

सजा के काबिल बना दिया

अगर भरोसा नहीं था 

तो हमारे नजरो में प्यार को क्यू गिरा दिया



जो कभी डरा नही तुम्हे खोने से,


उसे क्या फर्क पड़ता है तुम्हारे होने न होने से 🙏



यह तोह उम्मीद थी तुम्हारी...


इसलिए...!!!


इश्क़ गिरा नज़रों में तुम्हारी... ✌️

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